ज्योती कुमारी झा
जन्म होइत उल्लास छायल
टोल, समाज सबतर ढोल बजायल
दुलार , सम्मान आ निहुछैत निहारैत , सबदिन सबगोटा
हम छि माँ बापके बेटा ।
जोडलगायल योग्य बनाबमे हमरा
माय ,बाप आ बहिन सब जिम्मा छौ तोरा
घर स बाहर चलैय हमर बडाई
योग्य बनाक , तिलक लिय कसियाई
हमर मनोरथ मनमे दबले जाय
कियाक त हम छि बेटा
कनियाँ करबौ बि.ए.पास, मुदा करतौ खालि भानस भात
खेत खलिहान देख परतौ सबटा
एतबे नै, कमायक ला , करकरुवा टका
मायबापके लाठि बनहे परतौ
बच्चा , कनियाँके सख पुराब परतौ
हमर सपना नदिमे दहायल
कियाक त हम छि बेटा
दबल सेहनता , कोरा काँख लेब नेन्ना के
कानैत छोडलौं, पकरलौं गाडि
जिम्मा जँ लेने छि , खान पान आ लत्ता कपडाके
भितरे भितर दबल अछि हमर नोर
कहैय सब ,अहाँ छि बड कठोर
कियाक त हम छि बेटा ।
अपन सख सब दबाक रखलौं
दोसराके खोकरैत देखलौं
थाकल छि मुदा बनल बलवान
देखैत सिख्लौं, रख्ने छि सबके सम्मान
कियाक त हम छि बेटा।
जन्मभेल तख्ने स , सबहक आस बनल हमरे स
वरद सन हाल अछि हमर
करु बिलाप अपन केकरा स
टोल समाज देखलौं सब ठाम
गाम ठाम अलग अछि ,मुदा सबके एक्के काम
कियाक त हम छि बेटा ।
बाप,दादा आ नाना सेहो बनलौं
कमजोर होईतो , मजबुती देखेलौं
सबके देलौं ढाकि भइर सुख
पहिरलौं अपने दुई जोड कपरा
कियाक त हम छि बेटा ।
नै सोना ,चाँन्दि नै लिपस्टिक पाउडर
दारहि काइटते बनलौं सुन्दर
सादगिमे जिबन बित रहल अछि सबटा
कियाक त हम छि बेटा ।।।
जय मिथिला, जय माता जानकी जी ?????
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