जय सरस्वती माता,दिय शक्ति
उर्जावान, ज्ञान एवं बुद्धि
दुर रहि कुमति सँ हम
बढि आगु सकरात्मक विचार सँ हरदम
हरु हमर उछलैत मुर्खता
बढैतरहे हमर निपुणता
ज्योत बढाबि अँधकार हटाक
सम्मान करि पैगके ,शिर झुकाक
अपनाबि परिवर्तन के डेग
काज करि किछ नव विशेष
एकाग्र चित्त लक्ष्यमे सदिखन
भटके नै हमर इ चंचल मन
भूमिकामे अटल रहे इमान्दारिता
देखि प्रसन्न ,अपन माता पिता
काज करि विशेष इ धर्ती पर
जन्म सफल हुवे ,पाबि मनवांछित फल
साथ नै छोडु हमर हे जननी
न जानी हम मन्त्र मोहिनी
मन मस्तिष्क पर करु राज
मार्ग दर्शन कराउ ,होय सफल काज
ज्योति झा ?️?
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